😰 डर और ओवरथिंकिंग
क्या आप बहुत सोचते रहते हो?
“अगर फेल हो गया तो?”, “लोग क्या कहेंगे?”
यही डर आपको आगे बढ़ने से रोकता है।
पहले यह वीडियो देखें:
डर और ओवरथिंकिंग क्यों होती है?
- हम भविष्य को कंट्रोल करना चाहते हैं
- हम रिज़ल्ट को पहले ही तय कर लेते हैं
- हम दूसरों की राय को ज़्यादा महत्व देते हैं
- हम परफेक्ट शुरुआत चाहते हैं
- दिमाग नेगेटिव सोच को जल्दी पकड़ लेता है
इस समस्या का सही समाधान
- सोच को लिखो — दिमाग से बाहर निकालो
- Worst-case सोचो — ज़्यादातर डर टूट जाते हैं
- एक छोटा कदम — एक्शन डर को खत्म करता है
- परफेक्शन छोड़ो — शुरुआत ज़रूरी है
- आज पर फोकस — कल अपने आप संभल जाएगा
किताब से एक सीख
The Courageous Mind हमें सिखाती है:
डर कोई दुश्मन नहीं है —
यह संकेत है कि आप कुछ बड़ा करने जा रहे हैं।
आज का एक्शन (ज़रूर करें)
एक काम चुनें जिससे आप डरते हैं।
उसे छोटे से छोटे कदम में तोड़ें।
आज सिर्फ पहला कदम उठाएँ —
पूरा करने की चिंता मत करें।
आज का नियम देखें →